datetime=”2024-06-28T01:58:01+00:00″>
सराइपाली की विधायक श्रीमती चातुरी नंद को सरायपाली की आम जनता के आगे हिसाब देना चाहिए की विधायक निधि का पैसा कहां कहां उपयोग हुआ ? और विधायक निधि क्यों भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई ? विधायक निधि में कमीशनखोरी क्यों की जा रही है ?
20% कमीशन का खेल से पूरा सरायपाली त्रस्त हो चुका है जो पैसा गांव के विकास के लिए है उससे किनका विकास हो रहा है?
यह सवाल भाजपा नेत्री और समाज सेवी रूबी सिंह ठाकुर ने उठाया है,
भाजपा नेत्री रूबी सिंह ठाकुर ने कहा कि एक तरफ विधायक और उनके लोग अधिकारियों को कमीशन के लिए परेशान कर रहे हैं ?क्या अधिकारियों कर्मचारियों को सिर्फ इसीलिए फोन किया जा रहा है ?
क्षेत्र की जनता की परेशानियों से विधायक का कोई लेना देना नहीं है जबकि क्षेत्र की जनता ने उन्हें क्षेत्र के विकास के लिए और क्षेत्र की जनता के समस्या के निराकरण के लिए चुना है लेकिन ऐसा वह कहीं भी करती नजर नहीं आ रही है विधायक के द्वारा अधिकारियों के साथ संवाद में कमी की जा रही है और विवाद ज्यादा किया जा रहे हैं चाहे वह कॉलेज का विवाद हो चाहे वह नगर पालिका अधिकारियों के साथ विवाद हो
सरायपाली विधायक को चाहिए कि वह क्षेत्र की समस्या के निराकरण के लिए अधिकारियों के साथ बैठक करें सामंजस्य स्थापित करें और जनता की समस्या का निराकरण करें परंतु ऐसा करते हुए विधायक दिखाई नहीं दे रही हैं एक विधायक जैसे सशक्त पद पर आसीन महिला के द्वारा जन समस्या निवारण के बजाय अनशन किया जा रहा है तो इसे समझ जा जा सकता है कि विधायक पद मिलने के बावजूद जन समस्या निराकरण की इच्छा शक्ति उनके अंदर नहीं है
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार के गठन हुए अभी 6 7 माह ही हुए हैं सरकार अपने वादों को पूरा कर रही है किसानों को 3100 कुंटल धान का मिल रहा है महिलाओं को प्रति हजार रुपया दिया जा रहा है प्रधानमंत्री आवास के तहत आवास स्वीकृतियां हो रही है जो कि रुकी हुई थी कांग्रेस कार्यकाल के दौरान
सुश्री रूबी सिंह ठाकुर ने बताया कि सरायपाली विधायक द्वारा गौरव पथ निर्माण की शुरुआत में ही काम रोकने का प्रयास किया गया था सरायपाली शहर के विकास में विधायक रोक लगाना चाहती थी जब निर्माण शुरुआत में कुछ बना ही नहीं था तब भी भ्रष्टाचार की बात कह रही थी असल में पूरा मामला बालू और गिट्टी सप्लाई का है सूत्र बताते हैं कि विधायक चाहती थीं उनके लोग गौरव पथ निर्माण में मटेरियल सप्लाई करें पर ठेकेदार नहीं माना जिससे विधायक, ठेकेदार और नगर पालिका के अधिकारियों से नाराज हो गई इसमें एक मामला पोल सिफ्टिंग का है जो की विधायक के करीबी एक व्यक्ति करना चाह रहा था वो काम भी नहीं मिला अब जब काम तेजी पर है और कार्य पूर्णता की ओर बढ़ रहा है ऐसे में विधायक के द्वारा अनशन का नाटक किया जाना खेद जनक है
मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक शर्मा ने बताया की श्रीमती चातुरी नंद विधायक सरायपाली के द्वारा विधानसभा में सवाल किया गया था और जांच की मांग की गई थी जांच टीम के द्वारा सरायपाली गौरव पथ निर्माण की जांच कर पूरी रिपोर्ट छत्तीसगढ़ सरकार को भेज दी गई है !