ऋषभ पंत की धीमी बल्लेबाजी से हारा दिल्ली
ट्रेविस हेड की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी हैदराबाद ने फिर किया 250 पार
DC vs SRH: कप्तान ऋषभ पंत ही बने दिल्ली कैपिटल्स की हार की सबसे बड़ी वजह, उनकी एक गलती से सब कुछ बर्बाद हो गया
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अपनी तूफानी बैटिंग के लिए जाने जाते हैं। लेकिन हैदराबाद के खिलाफ जब दिल्ली को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। तो उनका बल्ला खामोश रहा।
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का 35वां मैच दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में बीते 20 अप्रैल को खेला गया। इस मैच में टॉस हारने के बाद एक बार फिर हैदराबाद के बल्लेबाजों का पहले बैटिंग करते हुए ‘हैवान’ रूप देखने को मिला। उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। पावरप्ले में ही एसआरएच का स्कोर 100 रन के पार हो गया था। दिल्ली के अच्छे कमबैक के बावजूद हैदराबाद निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट पर 266 रन बनाने में सफल रही। हालांकि दिल्ली कैपिटल्स मैच यहां नहीं हारी। इसके बाद दिल्ली के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों ने भी टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। एक समय लग रहा था कि डीसी यह टारगेट चेज कर देगी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और दिल्ली की इस हार के सबसे बड़ा कारण खुद कप्तान ऋषभ पंत बने।
ऋषभ पंत की बैटिंग रही दिल्ली की हार का सबसे बड़ा कारण
दिल्ली कैपिटल्स का स्कोर 267 रन के टारगेट का पीछा करते हुए एक समय 7 ओवर में 3 विकेट पर 109 रन था। यहां से टारगेट दूर जरूर था। लेकिन दिल्ली के पास इतिहास रचने का एक चांस जरूर था। अगर डीसी के बैटर्स हिम्मत दिखाते तो शायद यह चमत्कार भी हो सकता था। लेकिन पंत के पिच पर आने के बाद मानों दिल्ली के स्कोरबोर्ड पर ब्रेक सी लग गई हो।
ऋषभ पिच पर लगातार संघर्ष करते हुए नजर आए। उनके बैट से गेंद कनेक्ट ही नहीं हो पा रही थी। इतने हाई स्कोरिंग मैच में पंत का बल्ला खामोश रहा। उन्होंने सिर्फ 125 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की।
अपनी ताबड़तोड़ हिटिंग के लिए ऋषभ पंत काफी ज्यादा मशहूर हैं। यही काम करने में हैदराबाद के खिलाफ पंत पूरी तरह से चूक गए। उन्होंने 35 गेंदों का सामना कर सिर्फ 44 रन बनाए। उनकी पारी में 5 चौके और 1 छक्का शामिल था। दिल्ली 19.1 ओवर में 199 रन पर ऑल आउट हो गई और 67 रन से मैच हार गई। ऐसे में ऋषभ पंत की धीमी बैटिंग ही दिल्ली की हार का सबसे बड़ा कारण रही। अगर वह अपने तूफानी स्टाइल में बैटिंग करते तो शायद 20 अप्रैल की रात को आईपीएल में नया इतिहास बन जाता।