नगर पालिका कर्मचारी नीरा बाई पांडे के परिवार वालों ने की 10 लाख मुआवजे और एक सरकारी नौकरी की मांग
मृतका के परिवार जनों ने कहा कि नगरपालिका में काम करने के दौरान सरकारी मशीन में साड़ी का पल्लू फस जाने से गंभीर रूप से घायल निरा बाई ने रायपुर अस्पताल में दम तोड़ा था
सरायपाली नगर पालिका क्षेत्र में स्वच्छता मित्र नीरा बाई पांडे 28 तारीख सुबह 08 बजे साड़ी का पल्लू मशीन में फस जाने के पश्चात गंभीर रूप से घायल हो गई थीं जिसमे गले में गंभीर चोटें आईं थीं
सरायपाली में दो प्राइवेट अस्पतालों में चेक अप पश्चात नीरा बाई को मोहन लाल चौधरी शासकीय अस्पताल लाया गया जहां से उसे रायपुर रेफर किया गया रात करीबन 11 बजे प्राइवेट असपताल इलाज के दौरान नीरा बाई ने दम तोड दिया था
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मृतका नीरा बाई की बहन शांति बाई डोंगरे ने बताया की नगर पालिका सरायपाली के अधिकारियों द्वारा इलाज,अंतिम संस्कार तथा दशकर्म में कुल 60 हजार रुपए की मदद की है पर इसके बावजूद परिवार ने घर को गिरवी रख के 26 हजार का कर्ज हो गया है नीरा बाई के इलाज में घर को गिरवी रख कर्ज लिया गया था
शांति बाई डोंगरे ने कहा की उनकी बहन नीरा बाई की मौत नगर पालिका के आरएसएलएम सेंटर में कार्य करते हुए सरकारी मशीन में साड़ी का पल्लू फंस जाने से आई गंभीर चोट के कारण हुई है ऐसे में हम नगर पालिका प्रशासन और सरकार से मांग करते हैं की हमारे परिवार के एक सदस्य को नगर पालिका सरायपाली में सरकारी नोकरी और मुवावजे के रूप में 10लाख रूपए मिलना चाहिए शांति बाई ने आगे कहा की क्योंकि उनकी बहन को मौत सरकारी मशीन में साड़ी का पल्लू फंस जाने से हुई है और यह एक बड़ा हादसा है इसे में प्रशासन खाना पूर्ति कर के पल्ला झाड़ रहा है ऐसा लग रहा है जैसे छोटे कर्मचारी या दलित वर्ग के कर्मचारी के जान की कोई कीमत नहीं है।
सवाल यहां खड़ा होता है एक सफाई कर्मचारी की सरकारी मशीन से घायल होने के बाद जान चली जाती है और नगर पालिका की सत्ता में बैठे लोग इस गंभीर प्रकरण की लीपा पोती में क्यों लगे हैं आखिर मृतिका के परिवार लिए मुआवजे घोषणा क्यों नहीं की जा रही है ?